2025 के ऑस्कर में भारत की आधिकारिक एंट्री: “Laapataa Ladies” ने ‘एनिमल’ को दी मात, जानें किन फिल्मों को पछाड़ा

Laapataa Ladies

Laapataa Ladies : भारत ने 2025 के ऑस्कर पुरस्कारों के लिए अपनी आधिकारिक एंट्री घोषित कर दी है। किरण राव की फिल्म“Laapataa Ladies”ने रणबीर कपूर की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘एनिमल’ को पछाड़ते हुए यह सम्मान हासिल किया है। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा चुनी गई इस फिल्म ने 29 फिल्मों की दौड़ में जीत हासिल की और इसे 13 सदस्यीय समिति द्वारा सर्वसम्मति से भारत की आधिकारिक एंट्री के रूप में चुना गया। यह खबर सिनेमाई जगत में चर्चा का विषय बन गई है।

“Laapataa Ladies”: एक सशक्त संदेश देने वाली फिल्म

किरण राव की फिल्म “Laapataa Ladies” एक हास्यप्रद नजरिया है जो समाज में व्याप्त पितृसत्ता और महिलाओं की स्थिति पर करारा प्रहार करती है। फिल्म ने न केवल दर्शकों को हंसाया, बल्कि उन्हें सोचने पर भी मजबूर किया। यह फिल्म विशेष रूप से ग्रामीण भारत की पृष्ठभूमि पर आधारित है, जहां महिलाओं की आवाज को दबाने की पुरानी परंपरा रही है। फिल्म की कहानी और किरदारों ने दर्शकों के दिलों को छू लिया और इसे भारत की सबसे बेहतरीन फिल्मों में गिना जा रहा है।

29 फिल्मों की प्रतियोगिता में जीत

फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा ऑस्कर 2025 के लिए चुनी गई “Laapataa Ladies”ने कुल 29 फिल्मों के बीच अपनी जगह बनाई। इन फिल्मों में कई प्रमुख नाम शामिल थे, जैसे कि रणबीर कपूर की फिल्म ‘एनिमल’, मलयालम की राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता ‘आट्टम’, और कान्स फिल्म फेस्टिवल की विजेता ‘ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट’। इन सभी फिल्मों ने दर्शकों और समीक्षकों से प्रशंसा पाई, लेकिन अंततः ‘लापता लेडीज’ को भारत की आधिकारिक एंट्री के रूप में चुना गया।

13 सदस्यीय समिति का निर्णय

फिल्म का चयन करने वाली 13 सदस्यीय समिति की अध्यक्षता असमिया फिल्म निर्देशक जाहनु बरुआ ने की। यह समिति भारत की फिल्म इंडस्ट्री के प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों से बनी थी, जिन्होंने फिल्म की गुणवत्ता, विषयवस्तु और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी प्रभावशीलता को ध्यान में रखते हुए फैसला किया। जाहनु बरुआ ने कहा कि”Laapataa Ladies” न केवल एक मनोरंजक फिल्म है, बल्कि यह समाज के महत्वपूर्ण मुद्दों को उजागर करती है। इसी कारण से इसे सर्वसम्मति से चुना गया।

‘लापता लेडीज’ का बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन

Laapataa Ladies”ने बॉक्स ऑफिस पर भी अच्छा प्रदर्शन किया। Sacnilk के अनुसार, इस फिल्म ने भारत में 13 हफ्तों की थिएट्रिकल रिलीज के दौरान कुल ₹20.58 करोड़ की कमाई की। इसके अलावा, इसने ओवरसीज मार्केट में ₹2.75 करोड़ की कमाई की। कुल मिलाकर फिल्म ने दुनिया भर में ₹27.06 करोड़ का व्यवसाय किया। फिल्म का बजट केवल ₹5 करोड़ था, जिससे यह एक सफल और मुनाफेदार फिल्म साबित हुई।

नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध

फिल्म की थिएटर में रिलीज के बाद, “Laapataa Ladies” अब नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध है। फिल्म को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है, जहां दर्शक इसे बार-बार देख रहे हैं और इसकी तारीफ कर रहे हैं। खासकर उन दर्शकों के लिए यह एक बेहतरीन अवसर है जो सिनेमाघरों में इसे देखने से चूक गए थे।

ऑस्कर और आमिर खान का कनेक्शन

गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब आमिर खान से जुड़ी कोई फिल्म ऑस्कर के लिए भेजी गई हो। आमिर खान भारतीय सिनेमा के ऐसे अभिनेता-निर्देशक हैं जिनकी कई फिल्में ऑस्कर के लिए भेजी जा चुकी हैं।

  1. लगान (2001): आशुतोष गोवारिकर द्वारा निर्देशित और आमिर खान द्वारा निर्मित ‘लगान’ ऑस्कर के लिए नामांकित होने वाली भारतीय फिल्मों में से एक है। यह फिल्म अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बहुत प्रसिद्ध हुई थी और आज भी भारतीय सिनेमा की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में से एक मानी जाती है।
  2. रंग दे बसंती (2006): राकेश ओमप्रकाश मेहरा द्वारा निर्देशित और आमिर खान द्वारा अभिनीत ‘रंग दे बसंती’ भी ऑस्कर के लिए भेजी गई थी। यह फिल्म युवा क्रांति और देशभक्ति के मुद्दों को उठाती है, और इसे आलोचकों से काफी सराहना मिली थी।
  3. तारे ज़मीन पर (2007): आमिर खान द्वारा निर्देशित यह फिल्म एक विशेष बच्चे की कहानी है जिसे डिस्लेक्सिया होता है। यह फिल्म भी भारत की ओर से ऑस्कर के लिए भेजी गई थी, लेकिन इसे नामांकन नहीं मिला।

प्रमुख प्रतिद्वंद्वी फिल्में

“Laapataa Ladies”को भारत की ओर से ऑस्कर में भेजने का फैसला आसान नहीं था, क्योंकि कई प्रमुख फिल्मों से इसकी टक्कर थी। आइए उन फिल्मों पर एक नजर डालते हैं जो इस प्रतियोगिता में थीं:

  1. एनिमल (2024): संदीप रेड्डी वंगा द्वारा निर्देशित और रणबीर कपूर द्वारा अभिनीत ‘एनिमल’ को लेकर पहले से ही काफी चर्चा थी। इस फिल्म का विषयवस्तु और रणबीर कपूर का दमदार अभिनय इसे एक प्रमुख दावेदार बनाता था।
  2. आट्टम: यह मलयालम फिल्म, जिसने राष्ट्रीय पुरस्कार जीता था, भी एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी थी। इसकी गहन कहानी और उच्च गुणवत्ता वाली फिल्ममेकिंग ने इसे दर्शकों और समीक्षकों के बीच लोकप्रिय बनाया।
  3. ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट: यह फिल्म कान्स फिल्म फेस्टिवल में पुरस्कार जीत चुकी है और इसके सिनेमाई तत्व इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख फिल्म बनाते हैं।

अन्य फिल्में

इन प्रमुख फिल्मों के अलावा भी कई अन्य भारतीय फिल्में थीं जो इस दौड़ में शामिल थीं। इनमें से कुछ प्रमुख फिल्में थीं:

  1. महाराजा (तमिल): तमिल सिनेमा से आई इस फिल्म ने भी समीक्षकों की नजरें अपनी ओर खींचीं।
  2. कल्कि 2898 AD (तेलुगु): तेलुगु सिनेमा की इस फिल्म में शानदार वीएफएक्स और भविष्यवादी विषय ने इसे चर्चा में रखा।
  3. हनु-मान (तेलुगु): यह तेलुगु फिल्म भी इस प्रतियोगिता में एक प्रमुख दावेदार थी।
  4. स्वतंत्र्य वीर सावरकर (हिंदी): यह फिल्म वीर सावरकर के जीवन पर आधारित है और भारतीय इतिहास के एक महत्वपूर्ण अध्याय को उजागर करती है।
  5. आर्टिकल 370 (हिंदी): यह फिल्म जम्मू-कश्मीर के संवैधानिक मुद्दों पर आधारित है और इसे भी महत्वपूर्ण समझा जा रहा था।

भविष्य की उम्मीदें

अब जब”Laapataa Ladies”को ऑस्कर के लिए भेजा गया है, भारतीय सिनेमा के प्रशंसक इस उम्मीद में हैं कि यह फिल्म न केवल नामांकन प्राप्त करेगी, बल्कि पुरस्कार भी जीतेगी। भारत में हर साल कई बेहतरीन फिल्में बनती हैं, लेकिन ऑस्कर जैसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर जीतना अभी भी एक बड़ा सपना है।

हालांकि, ‘लापता लेडीज’ की मजबूत कहानी, प्रभावशाली विषय और किरण राव का निर्देशन इसे एक प्रमुख दावेदार बनाते हैं। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर भी अच्छा प्रदर्शन किया है और इसे अंतरराष्ट्रीय दर्शकों के लिए भी उपयुक्त माना जा रहा है। अगर यह फिल्म ऑस्कर में नामांकन हासिल करती है, तो यह भारतीय सिनेमा के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी।

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